छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता, शौर्य और प्रेरणा पर 10 अनोखी शायरियाँ | Chhatrapati Shivaji Maharaj 10 Anokhi Shayari

छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता, शौर्य और प्रेरणा पर 10 अनोखी शायरियाँ | Chhatrapati Shivaji Maharaj 10 Anokhi Shayari

1. सिंहगढ़ की गूँज

जिसकी तलवार की धार से दुश्मन घबराए,
जिसकी चाल से मुग़ल भी कांपे और घबराए।
वो कोई और नहीं, शिवबा थे हमारे,
मराठा स्वराज्य के अजेय सितारे।


2. हिंदवी स्वराज्य का स्वप्न

जो जिया माँ भवानी के आशीर्वाद से,
जिसने मुग़लों को हराया अपने पराक्रम से।
जिसने हिंदवी स्वराज्य का सपना सच किया,
वो शेर, वो योद्धा – शिवाजी महाराज था।


3. वीर शिवबा की सौगंध

तलवार की धार से जिसने इतिहास रचा,
मराठों के गौरव को जिसने पुनः गढ़ा।
शत्रु भी जिसने सम्मान से सर झुका दिया,
ऐसे छत्रपति को कोटि-कोटि प्रणाम किया।


4. किले की दीवारें कहती हैं

हर किला आज भी कहानी सुनाता है,
शिवबा के साहस को फिर से दोहराता है।
हर पत्थर पर उनकी गाथा लिखी हुई है,
जो हमें आज भी लड़ने की प्रेरणा देता है।


5. मावलों का अभिमान

मावले जिसके एक इशारे पर प्राण वार दें,
जो हर अन्याय को पलभर में धूल चटा दें।
जिसकी हुंकार से सिंह भी सहम जाए,
ऐसे शिवाजी महाराज को बारंबार नमन जाए।


6. रणभूमि के शेर

रणभूमि में जो सिंह की तरह गरजे,
हर शत्रु को जो युद्ध में धराशायी कर दे।
जिसकी तलवार में भवानी का तेज़ था,
ऐसे छत्रपति शिवाजी का नाम सदा अमर है।


7. हिन्द की शान, शिवाजी महाराज

न धर्म के नाम पर अन्याय किया, न किसी से भय खाया,
हर एक के हक़ के लिए तलवार उठाया।
हिन्द की शान, हिन्द की पहचान,
शिवाजी महाराज का ही नाम।


8. मराठा गर्जना

सिंह भी जिसके नाम से डरते थे,
मुगल भी रण छोड़कर भागते थे।
शिवबा की तलवार ऐसी चमकी,
कि बादशाह भी सलाम करते थे।


9. शिवनेरी का गौरव

शिवनेरी की माटी में जन्मा वो शेर,
हर हिंदू के लिए बना वो ढाल।
जो लड़ता रहा आखिरी सांस तक,
ऐसे वीर शिवाजी को मेरा प्रणाम।


10. जय भवानी, जय शिवाजी

शस्त्र उठाया था धर्म की रक्षा को,
स्वराज्य का दीप जलाया था दुनिया को।
जय भवानी, जय शिवाजी की जो गूंज उठी,
तो दुश्मनों की सेना भी कांप उठी।


छत्रपति शिवाजी महाराज की गाथा युगों-युगों तक अमर रहेगी 🚩🔥

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